Saturday, October 12, 2013

A short story : तूफ़ान

सन्डे को रात के 10 :30 बज रहे थे. टी.वी पे comedy nights with kapil चल रहा था लेकिन कमरा खाली था. तभी शानो(20) चीखते,भागती हुई बोली, छोटट्टू दरवाज़ा बांद कर ले, मैं स्कूटी ले के जा रही हूँ....और हाँ दूध गर्म कर लियो, मम्मी जी और ताया जी के लिए. शानो ने स्कूटी उठाई और निकल पड़ी अस्पताल. निकल तो पड़ी लेकिन रास्ते में याद आया की अस्पताल कौन से जाना है? shanty को whatsapp किया ....कहाँ?...shanty(19) का कोई रिप्लाई नहीं, इतनी देर में मम्मी जी का फोन आगया, सुन शानो ,Tgi आजा. शानो अस्पताल पहुंची. देखा तो मम्मी के माथे पे पसीने थे,परेशां थीं, ताया जी पूछ रहे थे डॉक्टर से” ओ यार ,इतनी ऊपर कैसे आगयी ??” पापाजी को डॉक्टर दवाई दे रहे थे और पानी पिला रहे थे और पापाजी, जोर जोर से सांस ले रहे थे, दर्द से कराहते हुए. उनसे उठा नहीं जा रहा था, और डॉक्टर दवाई के लिए बार बार उठा रहा था और ये देख देख के मम्मी जी बिना दर्द हुए चिल्ला रही थी” क्या स्यापा हो गया ,हाय रब्बा “. ये था adlakkhha परिवार.
1 दिन पहले
पापाजी शर्मा जी के यहाँ रिसेप्शन में गए थे, रात को अच्छे से खाना पेलने के बाद कह के सोये थे, शानो की मम्मी.... चिकन लोल्लिपोप का स्वाद ही अलग था आज,....वाहेगुरु ...आह(हवा निकालते हुए ) !!!
सुबह हुई, तो पापाजी डकार मारते हुए उठे,....ओए शानो की मम्मी ,बड़ी एसिडिटी सी लग रही है ....सौंफ या कोई दवाई ले आ. शानो ने सौंफ दी और पापाजी fresh होने चले गए. fresh होकर निकले तो बोले: लगता है कब्ज हो गया है,पता नि कक्या बसूड़ी है.....ओ बांदकर टी.वी सुबह से खोल के बैठ गया बे*** shanty. पापाजी आकर बेड पे लेट गए. इतने में मम्मी जी बाहर से आती हुई बोली, गुप्ता जी की मिसेज़ से पूछ के आ रही हूँ, कह रही थी, दूध से मनक्का लेलो, पेट में wiper चल जायेगा, जिसे सुनके पापाजी बोले : ओह गुप्तानी कोई डॉक्टर सिगी?? मनक्का लेलो...ऐत्थे बवाल मचा हुआ पेट में, तू अलग wiper....(डकार लेते हुए)..हाय वाहेगुरु.
पापा जी ने दूध लिया और एक बार फिर fresh होने चले गए. बाहर निकले तो shanty चुटकी लेते हुए बोला : flush तो चला दो,
पापाजी : ओए कमीने चला तो दिया,
shanty: दवाई लेने जा रहा हूँ, चिकेन लोल्लिओपोप ले आऊँ? पापाजी चप्पल निकालते हुए, इधर रुक कम्मीने, और shanty तेंदुए की तरह दौड़ा.
 ताया जी ने हाल पूछते हुए डॉक्टर पे ले जाने की बात कही, तो पापाजी ने “ अभी ENO लेके ठीक हो जाना है” कहते हुए टाल दिया.
पापाजी बेड पे लेटे हुए बोले, ओए शानो, ओए टी. वी चला दे कम से कम. टी.वी पे न्यूज़ लगाईं तो वो कुछ इस तरह से थीं: तूफ़ान कभी भी आ सकता है, दुसरे चैनल पे : ये है दशक का सबसे बड़ा तूफ़ान जिसने मचा दी है खलबली ....तभी पापाजी के हाथ से रिमोट छूटा, ओए शानो की मम्मी ओए(दर्द में )....ओए यहाँ पेट के अन्दर चारो तरफ कुछ घूम रहा है.
थोड़ी सेर बाद shanty दवाई लेके घर में घुसता है,यहाँ मम्मीजी पापा को पानी पिला रही हैं और फोन अटेंड कर रही हैं ,जिसपे रिश्तेदार उन्हें त्रिफला और पता नहीं कौन कौन से चूरन बता रहे हैं, शानो और ताया जी पापाजी को घेरे हुए हैं,
shanty: मम्मी जी तूफ़ान आ रहा है ओडिस्सा में,
मम्मी जी: ओए वो किधर है? यहाँ तेरे पापा के पेट नु तूफ़ान आरहा है,तू ......,
शानो: shanty फुददुपंती न कर,..
shanty: अच्छा ठीक है ना, लो ENO, GASGO दोनों लेलो, सारा तूफ़ान निकल जायेगा .....या मम्मी जी........कहो तो वो जो बस में स्टीकर चिपके रहते हैं,गैस , कब्ज और बवासीर ,उनका नंबर मिलाऊं ???   
इससे पहले पापाजी BC,MC कहते shanty को उनके पेट में हलचल और बढती है,....
पापाजी: ओए, ओए, अब सेहन नहीं हो रहा,..... कुछ घूम रहा है अन्दर, ओए अब उठा भी नहीं जा रहा, बलवीर गड्डी निकाल....ओएएए, निकाल गड्डीइइइ(चीखते हुए)
ताया जी, मम्मी और shanty को लेकर हॉस्पिटल निकलते हैं. कार में shanty Whatsapp पे किसी को लिख रहा है : हमारे डैडी जी delivery कराने जा रहे हैं.:P
 डॉक्टर बताता है ज्यादा तला भुना और कम पानी लेने से बनी गैस उनके पेट में घूम रही है और  चेस्ट में अटक गयी है. तभी शानो आती है.
 डॉक्टर पापाजी को दवाई और पानी देकर हवा निकलवा रहे हैं.पापाजी: ओए सुबह से कभी मुह से ,कभी पीछे (एक और )... येही निकाल रहा हूँ.
 काफी देर तक उब्काइयां और हवा पास होने के बाद, पापाजी अब लेटे हुए हैं हॉस्पिटल के बेड पे. तभी सब लोग रूम में  करते हैं... और shanty पूछता है , पापाजी तूफ़ान शांत? सब सेट? घर चलें?
पापाजी: ओए रुक जा थोड़ी देर, 
shanty कहता है “ हाँ , इक दो सिलिंडर और भर दो “
तभी पापाजी एक दम से उठके चप्पल निकालते हैं, और दौड़ पड़ते हैं shanty के पीछे.
 सब खड़े हस रहे हैं. मम्मी जी ताया जी से कहती हैं .....आपके पीछे दो बार और आ चुके हैं यहाँ ,सिलिंडर भरने ............अब गैस है, पता नही कब ,कैसे, किसे आजाये ..... J


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